#ClickSafe कार्यक्रम का तीसरा चरण जशपुर में शुरू: साइबर सुरक्षा को लेकर पुलिस और स्वयंसेवक प्रशिक्षित
जशपुरनगर: जशपुर में पुलिस विभाग और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में चलाए जा रहे #ClickSafe कार्यक्रम के तीसरे चरण का आगाज हो चुका है। पुलिस अधीक्षक (SSP) श्री शशि मोहन सिंह की गरिमामय उपस्थिति में कलेक्टोरेट परिसर के मंत्रणा हॉल में 23 जून को शुरू हुआ यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 25 जून 2025 तक चलेगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को, विशेषकर बच्चों को, बढ़ती साइबर चुनौतियों और ऑनलाइन खतरों से निपटने के लिए आवश्यक जागरूकता और कौशल प्रदान करना है।

प्रशिक्षण का आज दूसरा दिन: पुलिस और “योद्धा” हुए प्रशिक्षितकार्यक्रम के दूसरे दिन, मंगलवार, 24 जून को, पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों और साइबर स्वयंसेवकों (योद्धाओं) को गहन प्रशिक्षण दिया गया। दिल्ली से आईं YELAC की मास्टर ट्रेनर्स सुश्री शुभ्रा झा, मास्टर ट्रेनर श्री दीपांशु, और यूनिसेफ के जिला समन्वयक श्री तेजराम सारथी द्वारा प्रतिभागियों को साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से जानकारी दी जा रही है।
विशेषज्ञों द्वारा विस्तृत जानकारीप्रशिक्षण सत्र के दौरान, विशेषज्ञों ने वर्तमान में बढ़ती साइबर चुनौतियों और उनकी गतिविधियों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से समझाया। इसमें साइबर धोखाधड़ी, रैंसमवेयर, पासवर्ड प्रबंधन, सोशल मीडिया का सुरक्षित उपयोग, ऑनलाइन खतरों से बचाव, मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, सॉफ्टवेयर अपडेट, साइबर बुलिंग और फ़िशिंग से बचाव जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया। ट्रेनर्स ने साइबर धोखाधड़ी होने पर तकनीकी टीम की सहायता और त्वरित कार्रवाई के तरीकों पर भी विस्तार से चर्चा की।

सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के तरीके और पुलिस व स्वयंसेवकों को जमीनी स्तर पर कैसे कार्य करना है, इस पर भी जोर दिया गया।मास्टर ट्रेनर सुश्री शुभ्रा झा ने साइबर अपराधों की रिपोर्टिंग में आने वाली बाधाओं पर भी प्रकाश डाला, जिनमें जानकारी का अभाव, भावनात्मक और सांस्कृतिक बाधाएं, तथा सिस्टम संबंधी रुकावटें शामिल हैं।भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयारी एसएसपी श्री शशि मोहन सिंह ने कार्यक्रम के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि #ClickSafe कार्यक्रम जिले के लिए अत्यंत उपयोगी है। उन्होंने कहा, “वर्तमान में घटित और भविष्य में होने वाली संभावित साइबर चुनौतियों से निपटने के लिए यह प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है, जिसका लाभ समाज को अवश्य मिलेगा।”आगे की रणनीतिकार्यक्रम के तीसरे दिन, 25 जून को, प्रशिक्षित पुलिस और स्वयंसेवक (योद्धा) मिलकर फील्ड में जाकर जागरूकता अभियान की शुरुआत करेंगे। यह अभियान जशपुर जिले के विभिन्न गांवों में लोगों को डिजिटल सुरक्षा और ऑनलाइन जोखिमों से बचाव के उपाय सिखाने पर केंद्रित होगा।
पूर्व के चरण और “साइबर योद्धाओं” का योगदानयह उल्लेखनीय है कि पुलिस विभाग और यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से #ClickSafe कार्यक्रम का प्रथम चरण 03-05 दिसंबर 2024 और द्वितीय चरण 14-16 अप्रैल 2025 को आयोजित किया जा चुका है। इन पिछले चरणों में प्रशिक्षित सैकड़ों साइबर योद्धा पहले ही गांव-गांव जाकर लोगों को प्रशिक्षित और जागरूक कर चुके हैं। तीसरे चरण के प्रशिक्षण के बाद भी ये साइबर योद्धा ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने का कार्य जारी रखेंगे, जिसका उद्देश्य समाज के भविष्य, यानी बच्चों को डिजिटल युग में सुरक्षित रखना है।